वाराणसी (विकास राय): वाराणसी के श्री रामनगर कॉलोनी लेन न.12 मंडुवाडीह में श्रीमती मीनाक्षी सिंह (डायरेक्टर वात्सल्य प्री-स्कूल) और डॉ. राजेश्वर नारायण सिंह जी के ममतामयी विचारों के मूर्त रूप वात्सल्य प्री स्कूल का उद्घाटन मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार रविन्द्र जायसवाल के द्वारा दीप प्रज्वलन एवं फीता काट कर किया गया।मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों का माल्यार्पण. बुके एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर सम्मान किया गया।
अचानक प्रोग्राम बनने पर भी बहुत ही शार्ट नोटिस के बावजूद डॉ. साहब से आत्मीय प्रेम रखने वाले शुभचिंतकों का भारी संख्या में कार्यक्रम में उपस्थिति थी।
इस कार्यक्रम में विशेष उपस्थिति में,
प्रदेश महासचिव महिला कांग्रेस श्रीमती अमृता पांडेय जी,
नगर उद्योग व्यापार मंडल के अध्यक्ष संजीव सिंह बिल्लू.
आईएमए के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. अशोक राय.सीएमओ वाराणसी डॉक्टर वी वी सिंह.राबर्ट्सगंज सदर विधायक भूपेश चौबे.राकेश कान्त राय.बीर भद्र राय.शिव प्रकाश राय.बिकास सिंह राजन.सहित तमाम मानिंद लोगो की गरिमामय उपस्थिति थी।
होली के बाद आपस में मिलने जुलने का भी यह एक विशेष अवसर बना। मंच का संचालन वाराणसी के जाने माने समाजसेवी राजेश श्रीवास्तव ने तथा कार्यक्रम के अंत मे धन्यवाद ज्ञापन डॉ. राजेश्वर नारायण सिंह ने किया।
अपने संबोधन में मुख्य अतिथि रविन्द्र जायसवाल ने विद्यालय के लिए शुभकामनाएं दी और छोटा परिवार सुखी परिवार को लोगों को आत्मसात करने का अनुरोध किया।उन्होंने कहा की परिवार छोटा रहेगा तभी हम उन्हें बेहतर से बेहतर शिक्षा की ब्यवस्था उपलब्ध करा सकते है।मुख्य अतिथि ने विद्यालय की सुन्दर ब्यवस्था की सराहना की और डे बोडिंग की ब्यवस्था करने का सुझाव दिया।
विशिष्ट अतिथियों ने भी इस विद्यालय के शुभारम्भ के अवसर पर अपनी शुभकामनाएं प्रेषित करते हुवे वात्सल्य की ब्याख्या की।
” बंदउँ बाल रूप सोई रामू, सब सिद्धि सुलभ जपत जिसि नामू।
मंगल भवन अमङ्गल हारी, द्रबहु सो दसरथ अजिर बिहारी।।”
आध्यात्म जगत में भगवान के बाल रूप का ही भक्त जन ज्यादा ध्यान करते हैं।
तथा गुरुकुल परंपरा में माता-पिता से ज्यादा गुरु का अधिकार अपने शिष्यों पर होता था…
प्रेम का बाल रूप वात्सल्य ही बालको की वास्तविक शिक्षा है तथा खेल खेल में जीवन जीने की कला भी वह सीखते जाते हैं।