सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश सरकार में अब जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाना भी गैरकानूनी करार दिया जा रहा है

गाजीपुर. बदहाल स्वास्थ्य व्यवस्था को लेकर समाजवादी पार्टी के पदयात्रा कार्यक्रम को जिला प्रशासन की तरफ से निरस्त किये जाने के बाद सपाईयों में गुस्सा देखने को मिल रहा है । सपा कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया है कि उत्तर प्रदेश सरकार में अब जनहित के मुद्दों पर आवाज उठाना भी गैरकानूनी करार दिया जा रहा है और यह सब सत्ता पक्ष के इशारे पर किया जा रहा है । दरअसल जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, महिला अस्पताल को वहीं पर बने नई बिल्डिंग में शिफ्ट करने के साथ ही अन्य जिले के तमाम मुद्दों को लेकर सपा की तरफ से पद यात्रा निकाला जाना था। वहीं परमिशन नहीं मिलने को लेकर सपा कार्यकर्ता जिलाधिकारी से भी मिले।
समाजवादी पार्टी के युवा नेता अभिनव सिंह ने आरोप लगाया कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जिला अस्पताल में डॉक्टरों की कमी, जिला महिला अस्पताल को नए भवन में शिफ्ट कराने समेत तमाम जनहित के मामलों पर आज यानी 4 दिसंबर को पदयात्रा का कार्यक्रम था, जिसके लिए उप जिलाधिकारी से परमिशन भी लिया गया था। लेकिन कार्यक्रम के एक दिन पूर्व उप जिला अधिकारी की तरफ से जबरन कार्यक्रम निरस्त करने की नोटिस थमाई गई है। जिसको लेकर वे लोग जिलाधिकारी से मिले हैं और अपनी बात और जन समस्या को उनके सामने रखा जिसको लेकर जिलाधिकारी ने उक्त कार्यक्रम के लिए अगले किसी तिथि में प्रार्थना पत्र देने और उस पर परमिशन देने की बात कही है ।